मरने के बाद बेटी का कन्यादान करने पहुंचे पिता,अदा की सरी रश्में,बारातियों के साथ खाया खाना
बार बार भगाने पर भी नहीं भागा बाज,वरमाला में बेटी के सिर पर बैठकर दिया आशीर्वाद,पूरी शादी में रहा शामिल
इस खबर ने पूरी दुनिया को हैरान कार दिया परेशान कार दिया जी हैं क्यों कि जिस पिता की 3 दिन पहले एक्सीडेंट से मौत हो गई थी, इस पिता की आत्मा बाज का रूप धारण कर बेटी को शादी में आशीर्वाद देने पहुंच गई, जिस किसी ने भी इस बाज को देखा उसकी आंखें खुली की खुली रह गई क्योंकि शादी में शामिल होने वाले सभी लोगों ने पहले तो इस बज को एक साधारण बात समझा लेकिन जब यह बात घंटे तक एक ही जगह पर बैठा रहा तो सब लोग सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर यह बाज आखिर कौन है लड़की के परिजनों और बारातियों ने बाज को बार-बार भागने की कोशिश की लेकिन बाज वहां से टच से मस नहीं हुआ और वही अड़ा रहा। हम आपको बता दे दुल्हन के पिता की महल 3 दिन पहले एक्सीडेंट दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, लेकिन परिजनों का कहना है की बाज के रूप में दुल्हन के पिता अपनी बेटी का कन्यादान करने और बेटी को आशीर्वाद देने के लिए आए थे,इतना ही नहीं पिता बाज के रूप में पूरी शादी में मौजूद रहे,शादी की सारी रस्में अदा की बेटी का कन्यादान किया,बारातियों से साथ पंगत में बैठकर खाना खाया,बरमला के समय बेटी के सिर पर बैठकर आशीर्वाद दिया, इस दृश्य को देख सभी बाराती और शादी में शामिल सभी लोग हैरान रह गए।पिता और बेटी का रिश्ता बहुत ही खास होता है। बेटियां अपने पापा की लाडली भी होती हैं और जब भी बेटी पर कोई उंगली उठाता है तो पिता हमेशा उसके आगे दीवार बनकर खड़ा रहता है। पिता अपनी बेटी की हमेशा सुरक्षा करता है। और बेटी की कन्यादान के लिए पिता किसी भी हद तक जा सकता है इसी की एक दीवानगी देखने को मिली मध्य प्रदेश के दमोह में क्योंकि बिन आप की बेटी की शादी में एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया क्योंकि वह पिता जो तीन दिन पहले ही स्वर्गवासी हो चुके थे वह अपनी बेटी को पक्षी के रूप में आशीर्वाद देने के लिए बेटी के पास पहुंच गए जी हां तो चलिए आपको बताते हैं आखिर कहां से निकाल कर सामने आया है यह अजीबोगरीब मामला
यह मामला मध्यप्रदेश के दमोह जिले के रंजरा गांव में एक अजीब वाकया हुआ। इस वाक्य को जो भी सुन रहा है वह अपने कानों और आखों पर यकीन नहीं हो रहा है क्यों कि विवाह समारोह में बिन बाप की बेटी को आशीर्वाद देने के लिए बाज पक्षी पहुंचा। विवाह की सभी रस्मों के दौरान पक्षी पिता की तरह मौजूद रहा। वरमाला के समय करीब घंटे भर तक यह पक्षी शांति से कुर्सी पर बैठा रहा। जब बेटी की वरमाला हुई तो यह पक्षी उड़कर उसके सिर पर बैठ गया।यह देख लोग कहने लगे पिता बेटी को आशीर्वाद देने के लिए आए हैं क्यों कि वीडियो मवी ऐसा लग रहा था मानो बाज बेटी को आशीर्वाद दे रहा हो! दुल्हन का दुर्भाग्य यह रहा कि करीब 3 दिन पहले ही दुल्हन के पिता की एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी। एक तरफ तो बेटी की शादी में खुशी का माहौल था तो दूसरी तरफ बेटी की शादी में पिता के न होने की वजह से परिजनों की आखें नम थी लेकिन लोगों का कहना है कि पिता स्वयं ही पक्षी के रूप में बेटी को आशीर्वाद देने आए हैं। तो वहीं कुछ लोगों का कहना है यह सिर्फ अंधविश्वास है और बज को भूख या प्यास लगी होगी तब वह यहां आकर रुका है। अब आप इस घटना के बारे में क्या सोचते हैं क्या यह वही पिता है जिनकी लगभग तीन दिन पहले एक्सीडेंट में मृत्यु हो चुकी थी या फिर यह कोई अंधविश्वास है अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में आकर जरूर दें जय हिंद वंदे मातरम...
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